Sunday, May 3, 2020

भगवंत विश्वविद्यालय, अजमेर के शिक्षक कर रहें ऑनलाइन सर्टिफिकेशन


आज पूरा भारत कोरोना जैसे महामारी से  लड़ रहा है | जिसके कारण  सभी परेशानी से जूझ रहे है |  कोरोना वायरस के संक्रमण को देखते हुए पूरे देश में संपूर्ण लॉकडाउन घोषित  किया गया है. ऐसे में सभी विश्वविद्यालय के सामने विद्यार्थियों के सिलेबस को पूरा करना , उनके परीक्षा करा कर परिणाम घोषित करना चुनौती है | इन सबका उपाय अब ऑनलाइन ही है।विश्व विद्यालय के शिक्षकों ने ऑनलाइन के जरिये सभी बचे हुए सिलेबस को पूरा करा कर विद्यार्थियों के परिशनियों को दूर किया।  गंभीर वक्त की इस चुनौती को देखते हुए भगवंत विश्वविद्यालय के  कुलपति प्रो. (डॉ.) वी. के. शर्मा जी ने अपने फैकल्टी मेंबर्स को मोटिवेट करते  हुए कहा कि आप सब शिक्षक वेबिनार , ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, स्वयं के ऑनलाइन सर्टिफेकशन कोर्सेज , IEEE सेमिनारऔर सम्मेलन  में भाग लेते रहे और अपने आप का भी तकनीकी रूप से विकास करे |  वर्तमान परिस्थिति में भी अपनी कुशलता बनाये रखने के लिये शिक्षकों को शारीरिक, मानसिक एवं बौद्धिक रूप से परिपक्व होने की जरुरत है। इस तरह के प्रोग्राम में भाग लेने से शिक्षकों का सम्यक विकास होगा एवं पठन-पाठन कार्यक्रम में उचित तालमेल स्थापित होगा। भगवंत विश्वविद्यालय के शिक्षक ऑनलाइन सर्टिफिकेशन  में भाग लेकर और उसमें भी उम्दा प्रदर्शन कर भगवंत विश्वविद्यालय नाम रोशन कर रहे है और अपना विकास कर रहे है |  भगवंत विश्वविद्यालय  ने संस्थागत रूप से भी गूगल सूट के ज़रिए ऑनलाइन शिक्षा सुविधा शुरू कर दी है और विश्वविद्यालय के अध्यापक गूगल हैंग आउट्स, गूगल मीटस और गूगल क्लासरूम पर अपने एकाउंट्स खोल कर छात्रों को पढ़ा रहे  हैं। वे भगवंत विश्वविद्यालय  के अपने आधिकारिक  ईमेल एकाउन्ट से भी वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के ज़रिए छात्रों से संपर्क कर रहे  हैं। भगवंत विश्वविद्यालय के डीन डॉ. धर्मेंद्र कुमार दुबे जी ऑनलाइन कोर्सेस में बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रहे है और शिक्षकों को ऑनलाइन प्रोग्राम करने के लिए जागरूक कर रहे  है । भगवंत विश्वविद्यालय, अजमेर  के रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश मांडोत और डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सी. ऍम. राजोरिया ने  कहा कि भगवंत विश्वविद्यालय के अध्यापक पहले से ही विभिन्न ऑनलाइन माध्यमों से अपने छात्रों को शिक्षा प्रदान करा रहे हैं और  पढ़ाई की सामग्रियां मुहैया करा रहे हैं | और उन्होंने आगे कहा की हमारे यहाँ  शिक्षक ऑनलाइन कोर्सेस द्वारा अपना ज्ञान वर्धन कर रहे है | भगवन्त विश्व विद्यालय  के अध्यापक डॉ. कल्पना शर्मा, कोमल अलवानी, इंजी. मनीष कुमार सिंह, इंजी. मिथलेश  कुमार सिंह, इंजी. हरीश चंद्र मौर्या, इंजी. मोहित मिश्रा, इंजी. मनोज कुमार शर्मा , डॉ आर पी सिंह,डॉ अमित मिश्रा, डॉ नीरज शर्मा, नवीन जैन, बुद्धराम, डॉ रवि पांडेय इंजी. रवि बालियान , आदि शिक्षक गण वेबिनार , ऑनलाइन फैकल्टी डेवलपमेंट प्रोग्राम, ऑनलाइन सर्टिफेकशन कोर्सेज , IEEE सेमिनारऔर सम्मेलन  में भाग लेकर अपना ज्ञान बढ़ा रहे है  | भगवन्त ग्रुप के चेयरमैन डॉ अनिल सिंह ने सभी शिक्षको को बधाइयाँ दिया और बताया कि अभी लॉक डाउन के दौरान अपने आपका घर में रहकर तकनीकी विकास करना बहुत अच्छा विकल्प है। इससे सभी शिक्षक व्यस्त रहेंगे और घर से बाहर नही जाना पड़ेगा और इससे उनकी सुरक्षा भी सदृढ़ रहेगी। आगे आने वाले समय में भी शिक्षकों को इस समय और भी कई ई-कोर्सेज को करना चाहिए।

Saturday, April 18, 2020


कोरोना महामारी की जंग में भगवंत विश्वविद्यालय बना पहला क्वारंटाइन एंव आइसोलेशन सेंटर
भगवंत यूनिवर्सिटी, अजमेर दुनिया का एक जाना माना नाम है | जो देश का एक  ऐसा अग्रणी संस्थान है जो शिक्षा के क्षेत्र के साथ साथ समाज की सेवा करने मे भी सबसे आगे रहता है |इस विश्वविद्यालय में पढ़ना हर छात्र का एक सपना है क्योकि यहाँ के छात्र एवं शिक्षक समाज में एक मिशाल कायम करते है | कोरोना जैसे वैश्विक महामारी से लड़ने के लिए छात्र एवं शिक्षक अपना सौ प्रतिशत दे रहे है भगवन्त विश्व विद्यालय के  रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश मण्डोत   ने बताया भगवन्त विश्व विद्यालय के छात्र इस संकट की घड़ी में गरीब असहाय लोगों को संपूर्ण खाद्य सामग्री आवंटित कर रहे है  और भगवन्त विश्व विद्यालय सोशल मिडिया पर एक्टिव होकर सोशल मीडिया, फेसबुक, वाट्सअप, ट्विटर, लिंक्दीन, ब्लॉग , समाचार पत्रों के माध्यम कोरोनो कोविड  19 से लड़ने के लिये जनता को लगातार जागरूक कर रहा है।  और बता रहे  कि अगर आप संक्रमित इलाक़े से आए हैं या किसी संक्रमित व्यक्ति के संपर्क में रहे हैं तो आपको अकेले रहने की सलाह दी जाती  है, अपने घर पर रहे , ऑफ़िस, स्कूल या सार्वजनिक जगहों पर न जाएं जैसे  सार्वजनिक वाहन जैसे बस, ट्रेन, ऑटो या टैक्सी से यात्रा न करें, घर पर किसी  को न बुलाएं, घर का सामान किसी और से मंगाएं, अगर आप और भी लोगों के साथ रह रहे हैं तो ज़्यादा सतर्कता बरतें, अलग कमरे में रहें और साझा रसोई व बाथरूम को लगातार साफ़ करें, 14 दिनों तक ऐसा करते रहें ताकि संक्रमण का ख़तरा कम हो सके | डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सी. एम. राजोरिया जी  ने बताया की भगवंत विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए राजस्थान सरकार ने भगवंत विश्वविद्यालय को क्वारंटाइन एंव आइसोलेशन सेंटर बनाया है | उन्होंने बताया की भगवंत विश्वविद्यालय के हॉस्टल में आज २६ व्यक्तियों को क्वारंटाइन किया गया है | क्वारंटाइन में रहने वाले  व्यक्तियों को हर प्रकार की सुविधा प्रशासन द्वारा प्रदान की जा रही है |  अजमेर में भगवंत विश्वविद्यालय शिक्षा के क्षेत्र में ऐसा पहला संस्थान है जिसने क्वारंटाइन एंव आइसोलेशन सेंटर बनाने की तत्परता दिखाई है | हमारे यहाँ के छात्र एवं शिक्षक इस कोरोना महामारी में हर प्रकार से अजमेर की जनता को कोविड -19 के बारे में जागरूक कर रहे है और मदद कर रहे है | भगवन्त विश्वविद्यालय  के कुलपति  जी ने कहा कि जानकारी ही कोरोना वायरस से बचाव है और सभी को सरकार द्वारा दी जा रही गाइडलाइंस का पालन करना चाहिए |भगवंत ग्रुप के चैयरमैन एवम समाजसेवी डा. अनिल सिंह ने समस्त छात्रों एवम शिक्षकों से सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने और जरूरत पड़ने पर लोगो की मदद करने की अपील की। उप चेयरपरसन डॉ आशा सिंह जी ने बताया  की  भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर  सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान हैं तथा उन्होंने अपने वर्तमान एवं पूर्व छात्रों से अपील करते हुए कहा कि  वो इस संकट की घडी में सरकार के दिशा निर्देशों का पूर्णत पालन करें |

असिस्टेंट प्रोफेसर
इंजी. मनोज कुमार शर्मा

Wednesday, April 15, 2020




कोरोना वैश्विक महामारी के इस संकट में पेश की मानवता की शानदार मिशाल



मैं कोई राइटर या ब्लॉग नहीं लिखता हूँ पर आज मेरे  मन में कुछ विचार आया जो मैं आज आप लोगो से कहना चाहता हूँ | मै डेली न्यूज़ पेपर और नेट पर  पढता रहता हूँ | आज मैं आपको एक ऐसे संस्थान के बारे मे बताने जा रहा हूँ जो अजमेर, राजस्थान  में  ही नहीं अपितु  पुरे देश में अग्रणी संस्थान है उसका नाम है भगवंत यूनिवर्सिटी यह विश्वविधालय शिक्षा के क्षेत्र को तो नए आयाम दे रहा है मगर मानवता की भी  समय समय पर मिशाल दे रहा है | कोरोना वायरस से महामारी के विरुद्ध लड़ाई में भगवंत विश्वविधालय, अजमेर द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच  लाख रूपये सह्योग राशी के रूप मे प्रदान की गयी है | कोरोना वायरस का संक्रमण झेल रहे प्रदेश को राहत देने के भगवन्त विश्वविद्यालय के स्टाफ ने अपना दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया। इसके अतिरिक्त भगवन्त विश्वविद्यालय के स्टाफ के सदस्यों ने अपने स्तर पर पीएम केयर फंड में भी सहयोग किया है। भगवंत विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस जैसी महामारी  से लड़ने के लिए राजस्थान सरकार से भगवंत विश्वविद्यालय को क्वारंटाइन आइसोलेशन सेंटर बनाने अपील  की है | भगवंत  विश्वविद्यालय परिसर में अनेक सुविधाएं उपलब्ध है जैसे हॉस्टल, मैस रसोई घर के साथ , खेल मैदान बिजली व्यवस्था और ठहरने की उत्तम  व्यवस्था है | अतः राजस्थान सरकार से अनुरोध है की किसी भी प्रकार से आवश्यकता  पड़ने पर और इस महामारी से निपटने के लिए पूरा भगवंत विश्वविद्यालय परिवार पूर्ण रूप से प्रशासन एवम  सरकार की मदद के लिये सदैव तत्पर है| इस महामारी से निपटने के लिए भगवंत विश्वविद्यालय हमेशा देश साथ खड़ा है | भगवंत विश्वविधालय हमेशा 'राष्ट्र सबसे पहले - सब साथ बढे' के सिंद्धांत पर  कार्य करने की और अग्रसर रहा है भगवंत विश्वविधालय हमेशा मानव जाति के कल्याण के लिए हमेशा खड़ा है | कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए राजस्थान सरकार का पूर्ण  सहयोग करेंगे | राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर जारी की गयी सभी गाइडलाइन्स का भगवंत विश्वविधालय पूर्ण रूप से पालन कर रहा है| कोरोना की बीमारी से लड़ने के लिए 5 लाख की आर्थिक मदद  देकर भगवंत विश्वविद्यालय ने मानवता की मिशाल पेश की  है ।  भगवंत विश्वविद्यालय परिवार सोशल मीडिया,  फेसबुक, वाट्सअप, ट्विटर, लिंक्दीन, ब्लॉग , समाचार पत्रों के माध्यम कोरोनो covid 19 से लड़ने के लिये लगातार अपील कर रहा है। भगवंत विश्वविद्यालय ने  समाज की आबादी के बहुत बड़े हिस्से तक अपने शिक्षको और छात्रों के माध्यम से जनजागरूकता लाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे  है और  समाज के लोगो को जागरूक करते हुए बताया कि बीमारी से कैसे बचा जाए और किन बातों का विशेष ध्यान रखा जाय और किस प्रकार घर पर रहकर कौन कौन से योगा , प्राणायाम कर  शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाय। इस विषय पर भगवंत विश्वविद्यालय रोजाना ऑनलाइन वीडियो  लेक्चरर , ज़ूम मीडिया एप्प के माध्यम से जनता  से जुड़कर समाज सेवा कर रहे है।  भगवंत विश्वविद्यालय के डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सी. एम. राजोरिया जी ने कहा कि हमारे यहाँ के छात्र एवं शिक्षक इस कोरोना महामारी में हर प्रकार से अजमेर की जनता को कोविड -19 के बारे में जागरूक कर रहे है और मदद कर रहे है |  डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सी. एम. राजोरिया जी ने कहा हमारे यहाँ के अध्यापक ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा छात्रों को पढाई करा रहे है | जिससे छात्रों की पढाई का नुकसान नहीं होगा |भगवन्त विश्व विद्यालय  के कुलपति (प्रो. ) डॉ. वी. के. शर्मा जी ने छात्रों एवं अध्यापको को  कोरोना वायरस के इस सकंट में  गरीब और असहाय जनता की मदद करने  की अपील की है  | जिसमे भगवन्त विश्व विद्यालय के छात्रों और अध्यापको ने बढ़ चढ़कर हिस्सा ले  रहे है और गरीब और असहाय लोगो की मदद कर रहे है भगवन्त विश्व विद्यालय  के कुलपति (प्रो. ) डॉ. वी. के. शर्मा जी के निर्देशानुसार छात्रों की नियमित कक्षाएं चलायी जा रही है | जिससे छात्रों का अमूल्य समय नष्ट न हो और छात्रों की समस्याओ का समाधान हो सके | शिक्षकों द्वारा गूगल क्लासरूम, ज़ूम, व्हाट्सप आदि द्वारा वीडिओ लेक्चर और नोट्स उपलब्ध कराये जा रहे है | इन कक्षाओं की रिपोर्ट प्रतिदिन माननिये कुलपति जी को डीन द्वारा प्रेषित की जा रही है |भगवंत ग्रुप के चैयरमैन एवम समाजसेवी डा. अनिल सिंह ने समस्त छात्रों एवम शिक्षकों से सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने और जरूरत पड़ने पर लोगो की मदद करने की अपील की। उप चेयरपरसन डॉ आशा सिंह जी ने बताया  की  भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर  सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान हैं तथा उन्होंने अपने वर्तमान एवं पूर्व छात्रों से अपील करते हुए कहा कि  वो इस संकट की घडी में सरकार के दिशा निर्देशों का पूर्णत पालन करें | भगवंत विश्वविधालय ने इस कठिन समय में छात्रों एवं शिक्षकों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करा कर एक महान  मिशाल पेश की है | इस मुसीबत की घड़ी में भगवंत विश्वविद्यालय ने स्टाफ, क्लर्क और चतुर्थ श्रेणी के कर्मचारियों को हर प्रकार की सुविधा उपलब्ध  कराई है जिससे सभी  कर्मचारियों में ख़ुशी का माहौल है | सभी कर्मचारियों ने विश्वविद्यालय का आभार व्यक्त किया है |


      भगवन्त विश्वविद्यालय के कुलपति जी द्वारा प्रेरणा व्याख्यान पर छात्र एवं शिक्षक मदद के लिए आगे आए

भगवन्त विश्व विद्यालय  के कुलपति (प्रो. ) डॉ. वी. के. शर्मा जी ने छात्रों एवं अध्यापको को  कोरोना वायरस के इस सकंट में  गरीब और असहाय जनता की मदद करने  के लिए प्रेरित किया | जिसमे भगवन्त विश्व विद्यालय के छात्रों और अध्यापको ने बढ़ चढ़कर हिस्सा ले  रहे है और गरीब और असहाय लोगो की मदद कर रहे है और भगवन्त विश्व विद्यालय के अध्यापक और अध्यापिकाओं  ने पीएम केयर्स फण्ड में अपनी क्षमता के अनुसार दान किया है शिक्षकों ने कुलपति जी का धन्यवाद करते हुए कहा है कि यह सब आपके दिशानिर्देश  और  आपकी प्रेरणा के कारण संभव  हो सका है |   देश में  बढ़ रही कोरोना वायरस के इस संकट के बीच गरीब और असहाय लोग विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं इस संकट की घड़ी में भगवंत यूनिवर्सिटी कृषि संकाय प्रथम वर्ष के छात्र भूपेंद्र सिंह द्वारा अपने हित से गरीब असहाय लोगों को संपूर्ण खाद्य सामग्री आवंटित की गई। उनके व उनके साथी स्वयं द्वारा दूसरे गांव में गरीब ,असहाय और विधवा स्त्रियों ,वृद्ध एवं गरीब बच्चों एवं विकलांग लोगों को घर-घर जा कर राशन की सामग्री 40 घरों में वितरण की और साथ ही लोगों को विश्वास दिलाया कि इस संकट की घड़ी में भगवन्त विश्व विद्यालय परिवार सभी जरूरत  में लोगों के साथ हैं  और आगे भी इसी तरह  लोगों की मदद करते रहेंगे । भूपेंद्र के साथ उसके साथी कृषि संकाय प्रथम वर्ष के  भरत, मनीष, मनन, आनन्द, राघव, भावेश, संदीप  एवं बीपीटी तृतीय वर्ष के राहुल , बीपीटी प्रथम वर्ष के रोहित , अंकुर साथ रहे। भगवंत विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के साथ साथ विद्याथियों में व्यवहारिक ज्ञान , शील, सदाचरण, अनुसाशन की भी शिक्षा मिलती जिसके परिणाम स्वरूप विद्यार्थियों में देश भक्ति एवं जन सेवा की भावना होती है। भगवन्त विश्व विद्यालय के कुलपति जी ने गरीब और असहाय जनता की मदद करने के लिए छात्रों और शिक्षकों के इस योगदान की सराहना की|भगवन्त विश्व विद्यालय के कुलपति (प्रो. ) डॉ. वी. के. शर्मा जी ने द्वारा शिक्षकों को घर बैठे पाठ्यक्रम को ऑनलाइन माध्‍यम से व्‍यवस्थित करने के दिशानिर्देश दिये जा रहे |  छात्रों को व्‍हाट्सअप और स्‍काइप के जरिये वर्कशीट भेजकर होमवर्क दिया जा रहा है |  शिक्षक अपने छोटे-छोटे वीडियो भेजकर छात्रों को होमवर्क के बारे में बता रहे हैं | ''ऑनलाइन  कक्षाओं में हमें 70 -80  प्रतिशत छात्रों से सहयोग मिल रहा है | भगवन्त विश्व विद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश मांडोत, असिस्टेंट रजिस्ट्रार डॉ. सी. ऍम. राजोरिया,  डीन डॉ. धर्मेंद्र कुमार दुबे, डीन डॉ. राजीव सिंह, असिस्टेंट डायरेक्टर कोमल अलवणी, मिस्टर विनोद सारस्वत, डॉ. कल्पना शर्मा ने छात्र एवं छात्राओं से कहा कि ऑनलाइन क्लासेज के साथ साथ गरीब व् असहायों की सहयता करना एक सराहनीय  कार्य है | भगवन्त विश्व विद्यालय  के अध्यापक इंजी. मनीष कुमार सिंह, इंजी. मिथलेश  कुमार सिंह, इंजी. हरीश चंद्र मौर्या, इंजी. मोहित मिश्रा, इंजी. मनोज कुमार शर्मा , भानु माथुर,  डॉ. ज्ञान शेखर,  डॉ. रजनी त्रिपाठी, इंजी. तनूजा टाक, इंजी. भूमिका शर्मा ,  इंजी. टी. एन पांडेय ,  डॉ. मुन्ना वर्मा , इंजी. रवि बालियान , इंजी. विनय पटेल,  डॉ. आर. पी. सिंह , मिस्टर राजेश कुमार सिंह , डॉ. पूर्णिमा श्रीवास्तव,  मिस्टर संजय मिश्रा ,  इंजी. रोहित अवस्थी , मिस्टर राजेंद्र शर्मा , इंजी. अमित चौधरी, हेमंत तोमर,  दीपिका शर्मा, इंजी.आलोक मिश्रा, इंजी. देशराज मीणा, इंजी. आकाश राणा , इंजी. करन, इंजी. अभिषेक अग्रवाल,  इंजी. मनीष अग्रवाल, इंजी. वीरेंदर यादव,   इंजी.सुषमा यादव , इंजी. उजाला मिश्रा आदि शिक्षक गण ने  कुलपति जी का धन्यवाद करते हुए कहा है कि यह सब आपके दिशानिर्देश  और  आपकी प्रेरणा के कारण संभव  हो सका है |  भगवंत गु्रप के चेयरमैन डा. अनिल सिंह, ने ने कहा की भगवन्त विश्व विद्यालय परिवार सभी जरूरत में लोगों के साथ हैं  और आगे भी इसी तरह  लोगों की मदद करते रहेंगे । वाइस चैयरपर्सन डा. आशा सिंह ने भी शिक्षकों एवं विद्यार्थियों शिक्षकों एवं विद्यार्थियों का  हौसला बढ़ाया और उज्जवल भविष्य के कामना की।
असिस्टेंट प्रोफेसर
इंजी. मनोज कुमार शर्मा




कोरोना वैश्विक महामारी के इस संकट में भगवंत विश्वविधालय ने पेश की मानवता की शानदार मिशाल
अजमेर क्षेत्र का सबसे अग्रणी संस्थान भगवन्त विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस से महामारी के विरुद्ध लड़ाई में भगवंत ग्रुप के चैयरमैन एवम समाजसेवी डा. अनिल सिंह द्वारा मुख्यमंत्री राहत कोष में पांच लाख रूपये सह्योग राशि के रूप मे प्रदान की गयी है | कोरोना वायरस का संक्रमण झेल रहे प्रदेश को राहत देने के भगवन्त विश्वविद्यालय के स्टाफ ने अपना दो दिन का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में दिया। इसके अतिरिक्त भगवन्त विश्वविद्यालय के स्टाफ के सदस्यों ने अपने स्तर पर पीएम केयर फंड में भी सहयोग किया है। भगवंत विश्वविद्यालय ने कोरोना वायरस जैसी महामारी से लड़ने के लिए राजस्थान सरकार से भगवंत विश्वविद्यालय को क्वारंटाइन एंव आइसोलेशन सेंटर बनाने के लिये अपनी तत्परता दिखाई है | भगवंत विश्वविद्यालय परिसर में अनेक सुविधाएं उपलब्ध है जैसे हॉस्टल, मैस रसोई घर के साथ , खेल मैदान बिजली व्यवस्था और ठहरने की उत्तम व्यवस्था है | अतः किसी भी प्रकार से आवश्यकता पड़ने पर और इस महामारी से निपटने के लिए पूरा भगवंत विश्वविद्यालय परिवार पूर्ण रूप से प्रशासन एवम सरकार की मदद के लिये सदैव तत्पर है| इस महामारी से निपटने के लिए भगवंत विश्वविद्यालय हमेशा देश साथ खड़ा है | भगवंत विश्वविधालय हमेशा 'राष्ट्र सबसे पहले - सब साथ बढे' के सिंद्धांत पर कार्य करने की और अग्रसर रहा है भगवंत विश्वविधालय हमेशा मानव जाति के कल्याण के लिए हमेशा खड़ा है | कोरोना वायरस वैश्विक महामारी से निपटने के लिए राजस्थान सरकार का पूर्ण सहयोग करेंगे | राजस्थान सरकार द्वारा कोरोना वायरस वैश्विक महामारी पर जारी की गयी सभी गाइडलाइन्स का भगवंत विश्वविधालय परिवार पूर्ण रूप से पालन कर रहा है| कोरोना की बीमारी से लड़ने के लिए 5 लाख की आर्थिक मदद देकर भगवंत विश्वविद्यालय ने मानवता की मिशाल पेश की है । भगवंत विश्वविद्यालय सोशल मीडिया, फेसबुक, वाट्सअप, ट्विटर, लिंक्दीन, ब्लॉग , समाचार पत्रों के माध्यम कोरोनो Covid 19 से लड़ने के लिये लगातार जागरूक कर रहा है। भगवंत विश्वविद्यालय ने समाज की आबादी के बहुत बड़े हिस्से तक अपने शिक्षको और छात्रों के माध्यम से जनजागरूकता लाने का महत्वपूर्ण कार्य कर रहे है और समाज के लोगो को जागरूक करते हुए बताया कि बीमारी से कैसे बचा जाए और किन बातों का विशेष ध्यान रखा जाय और किस प्रकार घर पर रहकर कौन कौन से योगा , प्राणायाम कर शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाया जाय। इस विषय पर भगवंत विश्वविद्यालय रोजाना ऑनलाइन वीडियो लेक्चरर , ज़ूम मीडिया एप्प के माध्यम से जनता से जुड़कर समाज सेवा कर रहे है। भगवन्त विश्व विद्यालय के कुलपति की प्रेरणा स्वरूप डीन डॉ. धर्मेंद्र कुमार दुबे एवं डीन डॉ. राजीव सिंह के कुशल निर्देशन में भगवंत विश्वविद्यालय के सभी अध्यापक ऑनलाइन क्लासेज के द्वारा छात्रों को पढाई करा रहे है | जिससे छात्रों की पढाई का नुकसान नहीं हो| तथा सभी छात्रों की नियमित कक्षाएं चलायी जा रही है | जिससे छात्रों का अमूल्य समय नष्ट न हो और छात्रों की समस्याओ का समाधान हो सके | शिक्षकों द्वारा गूगल क्लासरूम, ज़ूम, व्हाट्सप आदि द्वारा वीडिओ लेक्चर और नोट्स उपलब्ध कराये जा रहे है | भगवंत ग्रुप के चैयरमैन डा. अनिल सिंह ने समस्त छात्रों एवम शिक्षकों से सावधानी बरतने और अफवाहों से बचने और जरूरत पड़ने पर लोगो की मदद करने की अपील की। उप चेयरपरसन डॉ आशा सिंह जी ने बताया की भगवंत विश्वविद्यालय अजमेर सेवा के क्षेत्र में अग्रणी संस्थान हैं तथा उन्होंने अपने वर्तमान एवं पूर्व छात्रों से अपील करते हुए कहा कि वो इस संकट की घडी में सरकार के दिशा निर्देशों का पूर्णत पालन करें | भगवन्त विश्व विद्यालय के उप-कुलपति ;(प्रो). डॉ. के. एल. श्रीवास्तव ने छात्रों एवं अध्यापको को कोरोना वायरस के इस सकंट में गरीब और असहाय जनता की मदद करने की अपील की है | जिसमे भगवन्त विश्व विद्यालय के छात्रों और अध्यापको ने बढ़ चढ़कर हिस्सा ले रहे है और गरीब और असहाय लोगो की मदद कर रहे है भगवन्त विश्व विद्यालय के छात्र मदद के लिए सामने आए देश में बढ़ रही कोरोना वायरस के इस संकट के बीच गरीब और असहाय लोग विषम परिस्थितियों का सामना कर रहे हैं इस संकट की घड़ी में भगवंत यूनिवर्सिटी कृषि संकाय प्रथम वर्ष के छात्र भूपेंद्र सिंह गरीब असहाय लोगों को संपूर्ण खाद्य सामग्री आवंटित की गई। उनके व उनके साथी स्वयं द्वारा दूसरे गांव में गरीब ,असहाय और विधवा स्त्रियों ,वृद्ध एवं गरीब बच्चों एवं विकलांग लोगों को घर-घर जा कर राशन की सामग्री 40 घरों में वितरण की और साथ ही लोगों को विश्वास दिलाया कि इस संकट की घड़ी में भगवन्त विश्व विद्यालय परिवार सभी जरूरत लोगों के साथ हैं और आगे भी इसी तरह लोगों की मदद करते रहेंगे । भूपेंद्र के साथ उसके साथी कृषि संकाय प्रथम वर्ष के भरत, मनीष, मनन, आनन्द, राघव, भावेश, संदीप एवं बीपीटी तृतीय वर्ष के राहुल , बीपीटी प्रथम वर्ष के रोहित , अंकुर साथ रहे। विश्वविद्यालय के एन.सी.सी केडेट् भी राष्ट्र की सेवा के लिए सदैव तत्पर है। भगवंत विश्वविद्यालय में उच्च शिक्षा के साथ साथ विद्याथियों में व्यवहारिक ज्ञान , शील, सदाचरण, अनुसाशन की भी शिक्षा मिलती जिसके परिणाम स्वरूप विद्यार्थियों में देश भक्ति एवं जन सेवा की भावना होती है। भगवन्त विश्व विद्यालय के रजिस्ट्रार डॉ. दिनेश मांडोत, डिप्टी रजिस्ट्रार डॉ. सी. ऍम. राजोरिया, डीन डॉ. धर्मेंद्र कुमार दुबे, डीन डॉ. राजीव सिंह, असिस्टेंट रजिस्ट्रार आर. एस. उदावत, असिस्टेंट डायरेक्टर कोमल अलवानी और असिस्टेंट प्रोफेसर मनोज कुमार शर्मा ने कहा कि शिक्षक एवं छात्र स्वयं को सुरक्षित रखते हुए इस महामारी पर विजय प्राप्त करने का आवाह्न किया | विश्वविद्यालय की हास्टल प्रंबधक श्रीमति वसुधा देवराज के द्धारा ग्यारह हजार रूपये की सहयोग राशि इसी तरह विश्वविद्यालय के मिडिया एंव प्रचार सहयोगी श्री कमल वाधवा -सिद्धि एडवरटाइजमेन्ट के द्धारा भी ग्यारह हजार रूपये की सहयोग राशि मुख्यमंत्री राहत कोष मुख्यमंत्री राहत कोष में सहयोग राशि के रूप मे प्रदान की गयी है भगवंत विश्वविधालय ने इस कठिन समय में छात्रों एवं शिक्षकों को सभी प्रकार की सुविधाएं मुहैया करा कर एक महान  मिशाल पेश की है | इसके लिए  समस्त स्टाफ विश्वविधालय का आभारी है
असिस्टेंट प्रोफेसर
मनोज कुमार शर्मा